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Punjab: नागर कीर्तन के दौरान करंट लगने से दो लोगों की मौत, मोगा में निशान साहिब बिजली के तार से छूने पर हादसा

 Punjab: पंजाब के मोगा जिले में एक दर्दनाक हादसे में नगर कीर्तन के दौरान करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई। यह हादसा मोगा के कोट सदर खान गांव में हुआ, जहां नगर कीर्तन निकाला जा रहा था। इस नगर कीर्तन के दौरान पालकी साहिब के ऊपर लगे निशान साहिब का संपर्क बिजली के तार से हो गया, जिससे पालकी में बैठे दो लोगों की मौके पर ही करंट लगने से मृत्यु हो गई। मरने वालों में एक महिला भी शामिल है। इसके अलावा, इस हादसे में पांच से छह लोग घायल भी हो गए, जिन्हें तत्काल कोट-ए-सेखा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना की पूरी जानकारी

जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब गांव में नगर कीर्तन बड़े उत्साह और धूमधाम से निकाला जा रहा था। नगर कीर्तन में भारी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया था। यह नगर कीर्तन गांव की सड़कों से होकर गुजर रहा था, तभी यह हादसा हो गया। पालकी साहिब के ऊपर लगे निशान साहिब का संपर्क बिजली के तार से हो गया, जिससे दो लोगों को मौके पर ही करंट लग गया।

Punjab: नागर कीर्तन के दौरान करंट लगने से दो लोगों की मौत, मोगा में निशान साहिब बिजली के तार से छूने पर हादसा

इस दर्दनाक हादसे के दौरान इलाके में भगदड़ मच गई। घटना के बाद कुछ लोगों ने डर के मारे भागकर अपनी जान बचाई। यह घटना इतनी तेज थी कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।

मृतकों और घायलों की स्थिति

इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में एक पुरुष और एक महिला शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों ने नगर कीर्तन में सक्रिय भागीदारी की थी और पालकी साहिब में बैठे हुए थे। करंट लगने के बाद दोनों की मौत तुरंत हो गई। इसके अलावा, पांच से छह लोग इस हादसे में घायल हुए हैं। घायलों को कोट-ए-सेखा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि घायलों की स्थिति अभी स्थिर है, लेकिन कुछ की हालत गंभीर भी बताई जा रही है।

घटना के बाद मची भगदड़

इस दर्दनाक हादसे के दौरान वहां उपस्थित लोगों के बीच भगदड़ मच गई। बिजली के तार से संपर्क में आने के बाद जब करंट लगा, तो लोगों में अफरा-तफरी फैल गई। हादसे के बाद कुछ लोग भागकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। इस भगदड़ के कारण कुछ लोग घायल भी हो गए।

नगर कीर्तन और बिजली के तारों की ऊंचाई का मुद्दा

यह घटना एक बार फिर बिजली के तारों की ऊंचाई को लेकर सवाल खड़े कर रही है। कई बार देखा गया है कि गांवों और कस्बों में बिजली के तार काफी नीचे होते हैं, जिससे इस तरह की दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के दौरान, जब ऊंची पालकियां या निशान साहिब जैसे प्रतीक होते हैं, तो ऐसे हादसों की आशंका बढ़ जाती है।

गांवों में बिजली के तारों की ऊंचाई की कमी के कारण इस तरह की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं। सरकार और बिजली विभाग को इस दिशा में गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों को टाला जा सके।

प्रशासन की कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने भी इस घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है, जो यह पता लगाएगी कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ और इसमें किसकी लापरवाही थी। साथ ही, प्रशासन ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा की कमी

यह हादसा एक बार फिर धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा की कमी को उजागर करता है। नगर कीर्तन जैसे धार्मिक आयोजनों में बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेते हैं, और ऐसे आयोजनों के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की आवश्यकता होती है। प्रशासन और आयोजनकर्ताओं को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रकार के आयोजनों के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो।

बिजली के तारों की ऊंचाई की जांच, आयोजनों के मार्गों का सही निरीक्षण, और सुरक्षा मानकों का पालन करने से इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है। साथ ही, आयोजनकर्ताओं को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पालकी साहिब या अन्य धार्मिक प्रतीकों की ऊंचाई इतनी न हो कि उनका संपर्क बिजली के तारों से हो सके।

भविष्य में ऐसे हादसों को कैसे टाला जा सकता है?

इस हादसे के बाद यह जरूरी हो गया है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए जाएं।

  • बिजली के तारों की ऊंचाई बढ़ाई जाए: खासकर गांवों और कस्बों में बिजली के तारों की ऊंचाई पर्याप्त होनी चाहिए ताकि किसी भी धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन के दौरान इस प्रकार की घटनाएं न हो।
  • सुरक्षा मानकों का पालन: धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा के सभी मानकों का पालन किया जाना चाहिए। आयोजनकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आयोजन स्थल पर किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक न हो।
  • सड़क मार्ग का निरीक्षण: नगर कीर्तन जैसे आयोजनों के दौरान जिस मार्ग से यह गुजरता है, उसका निरीक्षण किया जाना चाहिए। बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन को मिलकर यह देखना चाहिए कि मार्ग में कोई भी बाधा या खतरा न हो।
  • प्रशासनिक निगरानी: ऐसे आयोजनों के दौरान प्रशासन को सक्रिय रूप से निगरानी करनी चाहिए और सुरक्षा उपायों की जांच करनी चाहिए।

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